Thursday, May 10, 2018

सियालकोट 

सियालकोट (अब पकिस्तान में)जम्मू से ज्यादा दूर नहीं है. लगभग३५-४० किलोमीटर की दूरी पर स्थित १९४७ से पूर्व सियालकोट वाणिज्य/व्यापार का एक प्रसिद्ध केंद्र हुआ करता था और उस जमाने में जम्मू व सियालकोट के बीच खूब व्यापार भी होता था. यश भसीन ने अपने अंग्रेजी में लिखे सूचना-प्रधान लेख ‘द टेल ऑफ़ टू सिटीज’ में जम्मू और सियालकोट के बीच व्यापारिक, सांस्कृतिक, सामाजिक आदि संबंधों का सुंदर वर्णन किया है. लेख पढने लायक है.(‘कश्मीर टाइम्स’ में यह लेख छपा है.)दोनों शहरों के बीच रेल यातायात था और मेरे स्व०पिताजी कहा करते थे कि रेल किराया मात्र चार आना हुआ करता था.इस रेलवे लाइन पर मुख्य रूप से मीराँ साहब,रणवीरसिंहपुरा,सुचेतगढ़ आदि स्टेशन पड़ते थे।लोग जम्मू से सवेरे रेल से सियालकोट जाते थे और शाम को खरीदारी कर के जम्मू लौट आते थे. चीनी और शक्कर का व्यापार ज्यादा होता था।बहुत कम लोग जानते होंगे कि प्रसिद्ध शायर मुहम्मद इकबाल, फैज़ अहमद फैज़, लेखक राजेंद्र सिंह बेदी, पत्रकार कुलदीप नायर, कथाकार नरेन्द्र कोहली, बॉलीवुड एक्टर राजेन्द्र कुमार, एo केo हंगल तथा देव साहब आदि की पैदाइश सियालकोट की है. प्रसिद्ध गायक गुलाम अली तथा उस्ताद अल्लाह रखा का भी सियालकोट में ही जन्म हुआ है. और तो और भारत के प्रधानमंत्री रहे स्वo गुलजारीलाल नंदा ने भी इसी नगर में जन्म लिया था.
 

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