Saturday, June 18, 2016


मेरी माँ याद आ गई!

आज मातृ-दिवस है।मित्रों ने फेस बुक पर अपनी प्यारी माताओं को याद किया है।जिनकी माताएं जीवित हैं उन माताओं को मेरा नमन् और जिन्होंने अपनी माताओं को खो दिया है उन माताओं को मेरी पुनीत श्रद्धांजलि।
इस अवसर पर मुझे भी मेरी माँ याद आ गई।त्याग और ममता की करुणामयी प्रतिमूर्ति।माँ की महिमा के बखान से हमारे शास्त्र भरे पड़े हैं।
‘जननी-जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ अर्थात् जननी (माता) और जन्मभूमि का स्थान स्वर्ग से भी श्रेष्ठ एवं महान है । 

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